বুধবার, ৯ মে, ২০১২


২টি মন্তব্য:

  1. शायद तुम्हारे अल्फाज़ ही कम थे
    शायद तुम्हारा प्यार कम था
    जोह वह आज पास भी होकर
    तुम्हारी नहीं हैं

    উত্তরমুছুন